Online Frauds से कैसे बचें? – बचने के 20 असरदार तरीके

डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए ज़रूरी गाइड

आज की दुनिया तेजी से डिजिटल होती जा रही है। हम बैंकिंग, शॉपिंग, बिल पेमेंट, टिकट बुकिंग — सब कुछ ऑनलाइन करते हैं। लेकिन जितनी तेजी से टेक्नोलॉजी आगे बढ़ रही है, उतनी ही तेजी से ऑनलाइन फ्रॉड (Online Frauds) भी बढ़ रहे हैं।

कभी-कभी एक क्लिक पर ही आपका बैंक अकाउंट खाली हो सकता है, या आपकी पर्सनल जानकारी किसी और के हाथ में जा सकती है। और सबसे बुरी बात — आपको पता भी नहीं चलेगा कि आपने कब गलती कर दी।

online frauds with old man

इसलिए ज़रूरी है कि हम सब डिजिटल समझदारी (Digital Awareness) रखें और जानें कि Online Frauds से कैसे बचा जा सकता है।


Online Fraud क्या होता है?

Online Fraud यानी ऐसा धोखा जो इंटरनेट या मोबाइल के जरिए किया जाता है, जिसमें कोई व्यक्ति आपकी जानकारी या पैसे को धोखे से चुरा लेता है।

ये फ्रॉड कई तरीकों से किए जाते हैं:

  • नकली वेबसाइट्स
  • फ़िशिंग ईमेल
  • फर्जी कॉल
  • WhatsApp पर लॉटरी या गिफ्ट का झांसा
  • UPI लिंक भेजकर ठगी

और पढ़ें: साइबर सुरक्षा क्या है और इसके प्रकार?


भारत में Online Fraud के आंकड़े

  • हर मिनट 20 से ज्यादा साइबर अपराध दर्ज हो रहे हैं
  • 2024-25 में ₹485 करोड़ से ज्यादा की ठगी सिर्फ UPI फ्रॉड से हुई
  • ज़्यादातर ठगी आम लोगों से होती है, खासकर बुजुर्गों और कम तकनीकी ज्ञान रखने वालों से

Online Frauds के प्रकार

1. Phishing (फ़िशिंग) ईमेल या लिंक

जैसे आपको एक ईमेल मिलता है:

“आपका बैंक अकाउंट बंद होने वाला है, अभी लॉगिन करें!”
और जैसे ही आप उस लिंक पर क्लिक करते हैं, आपकी जानकारी चोरी हो जाती है।


2. Fake Bank Call या KYC Fraud

कॉल आता है:

“मैं आपके बैंक से बोल रहा हूँ, आपका KYC अपडेट नहीं है। अभी आधार नंबर और OTP बताइए।”

आप घबरा कर जानकारी दे देते हैं — और अकाउंट खाली!


3. UPI लिंक फ्रॉड

कोई कहता है:

“मैंने ₹5000 भेजा है, गलती से। प्लीज़ रिफंड कर दें, ये लिंक पर क्लिक करें।”

जैसे ही आप क्लिक करते हैं, आपके खाते से पैसे कट जाते हैं।


4. Fake Online Shopping Website

सस्ती कीमत पर iPhone दिखाया, आपने ऑनलाइन पेमेंट कर दी — और फिर ना फोन आया, ना वेबसाइट दोबारा खुली।


5. WhatsApp/Telegram Scams

“आपने ₹25 लाख की लॉटरी जीती है!”
या
“हमारा जॉब ऑफर सिर्फ घर बैठे ₹3000 रोज़!”

ये सब फ्रॉड होते हैं — जानकारी लेते हैं या पैसे मांगते हैं और फिर गायब हो जाते हैं।


6. Remote Access Fraud (AnyDesk/TeamViewer के ज़रिए)

कोई कहता है:

“मैं बैंक से हूँ, ऐप डाउनलोड करिए, मैं हेल्प करूंगा।”

आपने ऐप इंस्टॉल किया — और हैकर को आपके मोबाइल का पूरा कंट्रोल मिल गया।


Online Fraud से बचने के 20 असरदार तरीके

1. OTP और Password कभी भी शेयर ना करें

याद रखें: बैंक कभी OTP नहीं मांगता।

2. Strong Password रखें

  • पासवर्ड में अक्षर, संख्या और स्पेशल कैरेक्टर का इस्तेमाल करें
  • हर अकाउंट के लिए अलग पासवर्ड रखें

3. 2-Factor Authentication चालू करें

4. अंजान कॉल्स को Verify करें

5. किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें

6. URL ध्यान से देखें

असली वेबसाइट: https://www.sbi.co.in
नकली वेबसाइट: https://sbi.koiwebsite.ru

7. सिर्फ Trusted Website से ही खरीदारी करें

8. E-mail Sender की जांच करें

suspicious@example.ru से आया हुआ मेल कभी भरोसेमंद नहीं होता।

9. Remote Access App (जैसे AnyDesk) बिना ज़रूरत के कभी न दें

10. Debit/Credit Card को Online इस्तेमाल करते समय सावधान रहें

11. Public Wi-Fi से Banking या Payment से बचें

12. अज्ञात ऐप या सॉफ्टवेयर डाउनलोड न करें

13. WhatsApp/Telegram पर मिलने वाली लॉटरी या जॉब ऑफर से बचें

14. Too Good to Be True ऑफर्स से हमेशा सावधान रहें

15. KYC Update के नाम पर आने वाले कॉल्स को ना मानें

16. साइबर सेफ्टी की बेसिक जानकारी खुद सीखें और दूसरों को सिखाएं

17. अपने बैंक अकाउंट पर SMS/Email अलर्ट चालू रखें

18. बुजुर्गों और बच्चों को ऑनलाइन सुरक्षा के बारे में सिखाएं

19. UPI PIN कभी किसी को ना बताएं — भेजने के लिए PIN नहीं लगता

20. फ्रॉड की स्थिति में तुरंत रिपोर्ट करें


फ्रॉड हो जाए तो क्या करें? (What To Do If You’re a Victim?)

  1. बैंक को तुरंत कॉल करें और कार्ड/UPI ब्लॉक करवाएं
  2. साइबर क्राइम की शिकायत करें:
    🔗 https://cybercrime.gov.in
  3. नज़दीकी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज करें
  4. 14440 या 1930 पर कॉल करें (Cyber Helpline)
  5. फ्रॉड नंबर को ट्रू-कॉलर, व्हाट्सएप और टेलीकॉम से रिपोर्ट करें

भारत सरकार द्वारा लिए गए कदम

  • Cyber Crime Portal लॉन्च किया गया है
  • Cyber Swachhta Kendra – वायरस हटाने के लिए
  • Digital Literacy Campaigns गांवों में चलाए जा रहे हैं
  • CERT-In (Indian Cyber Response Team) देश की सुरक्षा पर नज़र रखता है

Real-Life Example: सावधानी हटी, ठगी घटी

कहानी:
राहुल नामक एक युवक को एक कॉल आया — “KYC अपडेट नहीं किया है, अभी आधार और OTP दो।”
राहुल ने तुरंत जानकारी दे दी। अगले ही पल उसके बैंक अकाउंट से ₹48,000 कट गए।
शिकायत के बाद भी रिकवरी नहीं हो सकी — सिर्फ़ इसलिए क्योंकि उसने जानकारी खुद दी थी।

सीख:
कोई भी जानकारी, चाहे कितनी भी छोटी क्यों ना हो — शेयर करने से पहले 10 बार सोचें।


साइबर सुरक्षा से जुड़े कुछ उपयोगी संसाधन


निष्कर्ष: जागरूकता ही बचाव है!

ऑनलाइन दुनिया बहुत सुविधाजनक है, लेकिन उतनी ही संवेदनशील (Sensitive) भी। जितना आप डिजिटल होंगे, उतना ही आपको सतर्क (Alert) रहना होगा।
कोई भी कॉल, SMS, लिंक या ऑफर — अगर असामान्य लगे, तो उसे नजरअंदाज करें।

“सोच समझकर क्लिक करें, वरना ठगी आपके एक क्लिक की दूरी पर है।”

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